गाजीपुर । मुहम्मदाबाद बज़्मे शाम – ए – अवध के बैनर तले मदर कॉन्वेंट स्कूल मुहम्मदबाद में शेरी नशिस्त और काव्य गोष्ठी का अयोजन किया गया। जिसमें डिप्टी लेबर कमिश्नर शमीम अख़्तर बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। नशिस्त में सैफी सलेमपुरी, सरफराज़ आसी यूसुफपुरी, अहकम गाज़ीपुर, डॉ एस ज़फर असलम, सरवर मुहम्मदाबादी , चंचल यूसुफपुरी, आक़िब सलेमपुरी , दानिश दौलताबादी, समीर मुहम्मदाबादी और मानसी शर्मा ने अपने कलाम सुनाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। नशिस्त और काव्य गोष्ठी की सदारत की जिम्मेदारी नपाप मुहम्मदाबाद के चेयरमैन जनाब रईस अंसारी ने की और निजामत की ज़िम्मेदारी सरवर मुहम्मदाबादी व डॉ वसीम अख़्तर ने निभाई।इस मौके पर मुख्य अतिथि जनाब शमीम अख़्तर ने शेर व अदब से संबंध रखने वाली शख्सियतों के सामाजिक सुरक्षा की बात कही। उन्होंने बताया कि जीवन में अवसर बेहद ज़रूरी चीज़ है। पुरानी पीढ़ी के लोगों का दायित्व है कि वे नई पीढ़ी के बच्चों को आगे बढ़ाने में उनके लिए नए अवसरों के सृजनकर्ता की भूमिका निभाएं। अध्यक्षता कर रहे चेयरमैन रईस अंसारी ने भरोसा दिलाया कि साहित्यक आयोजनों में उनसे जो बन पड़ेगा वो करेंगे। इस अवसर पर सुमन यूसुफपुरी के काव्य संग्रह ‘ निकहत’ का विमोचन भी हुआ।अंत में सभी शायरों और कवियों को मुख्य अतिथि के हाथों शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर सभासद ममशाद अंसारी, डॉ शाहनवाज सिद्दीकी, जय सियाराम ऐडवोकेट, राम विलास यादव, मोती प्रधान, सगीर अहमद, नगीना कुशवाहा, महानंद , रेयाज अहमद, इंतज़ार अंसारी, शेषनाथ राय एडवोकेट, चंद्र प्रकाश विमल, शमीम अख़्तर एलआईसी, मुमताज़ अहमद, रामदेव यादव, महताब आलम, नसीम अख्तर,इस्लाहुद्दीन सिद्दीकी,शैलेन्द्र चौरसिया, अशरफ अली, जे पी राय, रुस्तम अंसारी, एजाज़ अंसारी, जमाल अख़्तर, नय्यर, नवाज, अल्ताफ़ और ज़ैद के अलावा सैकड़ों की तादाद में श्रोता मौजूद रहे।