गाजीपुर । बसपा के सांसद अफजाल अंसारी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद मीडिया से उन्होंने गाजीपुर स्थित मोहम्दाबाद आवास फाटक पर बात की, जिसमें अफजाल अंसारी ने उनकी सजा के लिए सरकार में बैठे कुछ लोगों को साजिशकर्ता बताते हुए कहा कि बीते 29 अप्रैल 2023 को गैंगस्टर के एक एक मामले में उन्हें 4 साल की सजा हो गई थी, जिसके बाद हाई कोर्ट से उनको जमानत तो मिल गई लेकिन सजा पर रोक नहीं लगी थी। इसके खिलाफ वे सुप्रीम कोर्ट गए जहां उनकी सदस्यता को कंडिशनल राहत देते हुए सदस्यता बहाल कर दिया है और अब वे आगामी लोकसभा चुनाव भी लड़ सकते हैं, और लड़ेंगे भी उन्होंने संतोष व्यक्त करते हुए बताया कि मेरी सांसद सदस्यता कुछ शर्तो के साथ बहाल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि अब वे अपने क्षेत्र में जनता के बीच घूम रहे हैं और उन्हें जनता का खूब प्यार भी मिल रहा है, इंडिया गठबंधन में सीटों को लेकर खींचतान और गठबंधन न हो पाने की संभावनाओं पर अफजाल अंसारी ने इसे सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि सभी दल एक जुट होकर लड़ेंगे और बीजेपी की सरकार को बनाने से रोकेंगे। उन्होंने 22 मार्च को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर सवाल उठाए, कहा कि ये कैसा धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम है जिसमें कोई भी शंकराचार्य नहीं जा रहा है। ये सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मनोज सिन्हा जो पूर्व सांसद और वर्तमान में जम्मू कश्मीर के राज्यपाल हैं उनके विकास कार्यों से उनके कार्यकाल की तुलना करना बेइंसाफी होगी। लेकिन उन्होंने दावा किया कि बतौर सांसद हमने उनसे ज्यादा सड़कें बनाई है, जिसे कोई भी जांच सकता है, इशारों इशारों में उन्होंने अखिलेश यादव की वकालत करते हुए, बसपा की भी बात की और संकेत दिया कि वे आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं और जनता सरकार में बैठे लोगों को सबक सिखाएगी। उन्होंने दावा किया कि अब मोदी जी की सरकार नहीं बनने वाली।