गाजीपुर । कौशल विकास मिशन योजनान्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके मेडिकल लैब टेक्नीशियन के कुल 212 प्रशिक्षणार्थियों को स्मार्टफोन का वितरण हाईटेक कालेज आफ मैनेजमेंट एण्ड ई टेक्नोलॉजी हंसराजपुर में ससमारोह सम्पन्न हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना अंतर्गत पूर्व सैन्य अधिकारी माधव प्रसाद गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भानूप्रताप सिंह रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में जखनियां तहसीलदार ध्रुवेश कुमार सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी व यूट्यूबर ब्रजभूषण दूबे, उ. प्र. अपराध निरोधक समिति लखनऊ के जोन सचिव डा. ए.के. राय और चन्दन प्रजापति उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित किया। प्रबन्ध निदेशक प्रकाश गुप्ता ने अतिथियों को स्मृति चिन्ह व अंगवस्त्रम भेंटकर सम्मानित किया।मुख्य अतिथि ने अपने सम्बोधन में डिजिटल तकनीकी की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए स्मार्टफोन का उपयोग कर विद्यार्थियों से संस्कारवान बनकर राष्ट्र निर्माण में सहायक बनने काआह्वान किया। तहसीलदार ध्रुवेश सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों से शिक्षा के क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता बताते हुए इंटरनेट व स्मार्टफोन की उपयोगिता पर व्यापक चर्चा की। ब्रजभूषण दूबे ने कहा कि स्मार्टफोन के प्रयोग से शिक्षा, ज्ञान, प्रतियोगिता सहित अन्य आवश्यक कार्यों को पूर्ण करने में समय व धन की बचत होती है। डा. ए.के. राय ने स्मार्टफोन के उपयोग में सावधानी बरतने की सलाह देते हुए साइबर क्राइम से बचने की सलाह दी।अन्य वक्ताओं ने शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शासन द्वारा वितरित किए जा रहे उक्त फोन के जरिए ज्ञानार्जन करने का आह्वान किया। कहा कि प्रदेश सरकार ने छात्रों के अध्ययन को सुगम बनाने के उद्देश्य से यह सराहनीय कदम उठाया है। छात्रों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने के लिए सरकार द्वारा निशुल्क स्मार्टफोन प्रदान किए गए हैं। लाभार्थियों का आह्वान किया गया कि वे स्मार्टफोन का सदुपयोग कर अपनी शिक्षा को बेहतर बनाएं। कार्यक्रम में प्रधान ज्ञानेंद्र गुप्ता, आदित्य कुमार, स्वागताध्यक्ष चन्द्र शेखर यादव, श्याम प्रकाश सिंह, संजय भारद्वाज, सिराजुद्दीन अंसारी, सुरेश यादव, अमित यादव, सुबोध यादव, रामरतन चौहान सहित समस्त प्रशिक्षक व प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन अध्यक्ष माधव प्रसाद गुप्ता तथा संचालन हरदेव भारद्वाज ने किया।