गाजीपुर । देश मे एलआईसी के टॉप लीडिंग एजेंट में शुमार और करोड़ों के फ्राड समेत अन्य मामलों में पिछले 4 साल से फरार चल रहे गाजीपुर के विजय भारती को 5 प्रदेश की 13 जनपद की पुलिस तलाश रही थी। लेकिन विजय भारती को पकड़ न सकी। आज गाजीपुर की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस बात का खुलासा एसपी ओमवीर सिंह ने अपने कार्यालय में मीडिया के सामने किया है। इस दौरान एसपी ने कहा कि विजय भारती देश में एलआईसी के टॉप लीडिंग एजेंट रहते करोड़ो का फ्राड किया था और उस फ्राड किये हुए पैसे को वाराणसी के चौबेपुर में डालिम्स सनबीम स्कूल और आजमगढ़ के मेहनाजपुर में डालिम्स सनबीम स्कूल समेत तीन जगहों पर फ्रेंचाइजी लेकर चला रहा था। साथ नकली नोट छापने का भी काम कर रहा था। चुनाव से पहले अन्य स्टेटों से अपराधियों की लिस्ट का आदान प्रदान हुआ तो मामले का खुलासा हुआ।एसपी ने ये भी बताया कि गाजीपुर की स्वाट/सर्विलांस व खानपुर थाने की संयुक्त टीम ने नकली नोट बनाने व नोटों को बाजार में सप्लाई करने वाले सरगना समेत अन्तर्राज्यीय गिरोह के 03 सदस्यों को जिला के बिहारीगंज डगरा करमपुर मोड़ व शिवदास पोखरा मोड़ से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में सरगना विजय भारती पुत्र स्व0 फूलचन्द भारती नि0 ग्राम सिधौना थाना खानपुर जनपद गाजीपुर, विशेन यादव पुत्र स्व0 धर्मराज यादव निवासी ग्राम रायपुर बाघपुर थाना मरदह जनपद गाजीपुर और अमित यादव उर्फ मोनू पुत्र राजेन्द्र यादव निवासी ग्राम करदहा कैथोली थाना मरदह जनपद गाजीपुर शामिल है। पकड़े गए आरोपियों के पास से दो बाइक और 99200 रूपये नकली नोट बरामद किया है। बरामद नोटों में 500 की 30, 200 की 276 व 100 के कुल 290 नकली नोट शामिल है। साथ ही नकली नोट बनाने में इस्तेमाल किये जाने वाले 15 पीस पेपर, नोटों की फीडिंग का 34 पीस पेपर तथा नकली नोट छापने की प्रिंटर मशीन व एक ही व्यक्ति की फोटो लगी अलग-अलग नाम पते से बने 04 कूटरचित आधार कार्ड भी बरामद किया गया है। इस दौरान एसपी ने ये भी बताया कि चुनाव से पहले अन्य स्टेटों से अपराधियों की लिस्ट का आदान प्रदान हुआ तो राजस्थान, दिल्ली,उत्तर प्रदेश,झारखंड और बिहार के 13 जनपदों में पकड़े गए गिरोह के सरगना विजय भारती का अन्य स्टेट में विभिन्न नाम से मुकदमा दर्ज था। जब गाजीपुर स्वाट, सर्विलांस और खानपुर थाने की पुलिस द्वारा वर्क आउट किया गया एक ही फोटो लगे 4 नाम से अलग अलग आधार कार्ड मिले है। गहनता से पूछताछ में पता चला कि आरोपी विजय भारती के ऊपर अलग-अलग राज्यों में लगभग 30 मुकदमें पंजीकृत है वह पूर्व में कई बार जेल जा चुका है तथा पिछले लगभग 04 वर्षों से फरार चलने के कारण कई मुकदमों में वांछित है। जिससे बचने के लिए वह अलग-अलग नाम पता का आधार कार्ड इस्तेमाल कर अपनी पहचान छुपाकर लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता रहा है। पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध थाना खानपुर धारा 489ए/489बी/ 489सी/489डी/419/ 420/467/468/471 के तहत मुकदमा पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।