गाजीपुर । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सदस्य प्रदेश कार्य समिति, उत्तर प्रदेश सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने एक बयान जारी कर विगत लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा के हार का कारण कायस्थ समाज की उपेक्षा बताया है, उन्होंने कहा है कि बड़ी संख्या में कायस्थ बिरादरी भाजपा को वोट करती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनकल्याणकारी नीतियों को पसंद करता है, बावजूद उसके उत्तर प्रदेश में एक भी कायस्थ को भाजपा ने लोकसभा का टिकट नहीं दिया, जबकि इलाहाबाद, गोरखपुर, वाराणसी, लखनऊ, बरेली, बलिया, फतेहपुर, रामपुर से कायस्थ समाज के कई सांसद और विधायक हो चुके हैं, देश के सबसे बड़े प्रदेशों में एक उत्तर प्रदेश से संगठन में भाजपा का ना कोई बड़ा पदाधिकारी है और ना ही राज्यसभा का सांसद है, और ना ही राज्यपाल और ना ही एक कैबिनेट मंत्री, समाज से श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह एक मंत्री हुआ करते थे उनको भी हटा दिया गया, एकमात्र राज्य मंत्री अरुण सक्सेना को बनाया गया और एक राज्य मंत्री मुस्लिम माइनॉरिटी को भी बना कर प्रदेश के पूरे कायस्थ समाज जो भाजपा का परंपरागत वोट बैंक हैं, उसकी तुलना मुस्लिम माइनॉरिटी से कर दिया गया है। इससे बड़ी उपेक्षा कायस्थ समाज की और क्या हो सकती है। सुरेश चंद्र श्रीवास्तव ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से अपील किया है कि कायस्थ समाज के नेताओं और कार्यकर्ताओं को उचित स्थान और दायित्व देकर सम्मान दें, जिससे भाजपा के प्रति कायस्थ समाज की उदासीनता भविष्य में न बढ़े क्योंकि हमारा कायस्थ समाज भारतीय जनता पार्टी का शत प्रतिशत परंपरागत वोट है।