गाजीपुर। देश के महान समाजवादी नेता, पूर्व प्रधानमंत्री, युवा तुर्क के नाम से देश की राजनीति में विख्यात स्व. चन्द्रशेखर जी 17वीं पुण्यतिथि मनाई गई । जिसमे मरदह निवासी छात्र नेता मनीष सिंह के टीम कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि अर्पित किया और उनके बताए रास्ते पर चल कर देश की सत्ता पर काबिज साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ संघर्ष करने एवं देश के धर्म निरपेक्ष स्वरुप की रक्षा करने का संकल्प लिया। इस अवसर पर छात्र नेता मनीष सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तृत रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि वह एक ऐसे यूवा तुर्क नेता थे जिन्होंने दृढ़ता, ईमानदारी और साहस के साथ निहित स्वार्थके खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह हमेशा व्यक्तिगत और सत्ता की राजनीति के खिलाफ रहे, उन्होंने हमेशा वैचारिक लोकतांत्रिक मूल्यों एवं सामाजिक परिवर्तन की राजनीति का समर्थन किया। वह साहस और सत्य के प्रतीक थे, उनके मन में देश के गरीबों, शोषितों और पीड़ितों के लिए गहरी पीड़ा थी जिसकी झलक उनके उद्धबोधन के दौरान अक्सर दिखती थी । उन्होंने देशवासियों से मिलने एवं उनकी प्रमुख समस्याआ को समझने के लिए कन्याकुमारी से नई दिल्ली तक पदयात्रा की थी। वह आजीवन साम्प्रदायिक ताकतों की मुखालफत करते रहे। वह बेबाक वक्ता थे, वह गुप्त से गुप्त बात भी सार्वजनिक कर दिया करते थे, उनका मानना था कि नेता की हर बात को जनता को जानना चाहिए क्योंकि नेता जनता की नुमाइंदगी करता है। इस अवसर पर सर्वदेव सिंह,अनुरुद्ध सिंह, श्रीकांत सिंह, अनिल वर्मा, नीरज सिंह, विशाल सिंह, कृष्णा गुप्ता, आशीष कुमार सिंह, पप्पू सिंह, अभयजीत सिंह, बच्चा सिंह, विनीत शर्मा, दुर्गविजय सिंह, दुर्गेश सिंह, सर्वेश गुप्ता, हनी सिंह, कबीर सिंह, रोशन कन्नौजिया, हर्षित पाण्डेय, आकाश चौरसिया, मनीष वर्मा व अन्य लोग मौजूद रहे।