गाजीपुर । 8 जुलाई को हुए ट्रिपल मर्डर का आज पुलिस ने खुलासा किया है।16 वर्षीय नाबालिग आशीष बिंद ने ही अपने माता-पिता और बड़े भाई की निर्मम हत्या कर दी थी।आशीष का अपने ही गांव की एक लड़की से प्रेम संबंध था और उसके माता-पिता और भाई इसका विरोध कर रहे थे।प्रेम में रोड़ा बन रहे अपने पूरे परिवार की ही आशीष ने हत्या कर दी।आशीष ने खुरपी से इन हत्याओं को अंजाम दिया था और खुरपी में पिछले तीन-चार दिनों से वो धार लगा रहा था।आज एसपी ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया।कल नंदगंज थाना क्षेत्र के खिलवां गांव में 45 वर्षीय मुंशी बिंद उनकी पत्नी 40 वर्षीय देवंती बिंद और बेटे 20 वर्षीय रामाशीष बिंद की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गयी थी।परिवार में केवल आशीष बिंद ही बचा था जो कि मुंशी बिंद का सबसे छोटा बेटा है।कल आशीष बिंद ने अपने माता-पिता और भाई की हत्या का आरोप अपनी प्रेमिका के परिजनों पर लगाया था। आशीष के बड़े पिता रामप्रकाश बिंद ने आशीष की प्रेमिका के पिता के खिलाफ लिखित तहरीर दी थी लेकिन पुलिस को आशीष पर शक था क्योंकि वो बार-बार अपना बयान बदल रहा था।कल तीनों मृतकों के अंतिम संस्कार के बाद जब पुलिस ने आशीष से कड़ाई से पूछताछ की तब वो टूट गया और उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया।आशीष ने पुलिस को बताया कि उसके माता-पिता औऱ भाई उसके प्यार में रोड़ा बन रहे थे और इस वजह से उसने सभी की खुरपी से हत्या कर दी।
एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि कल तीन लोगों की गला रेतकर हत्या कर दी गयी थी।मृतक के भाई ने तहरीर दी थी औऱ गांव के ही एक व्यक्ति को आरोपित किया था।जब मृतकों की पीएम रिपोर्ट आयी और कड़ी से कड़ी मिलाई गयी तो तहरीर में दिये गये व्यक्ति से उसका कोई संबंध नहीं सामने आया।पुलिस को मृतक के छोटे बेटे पर संदेह हुआ और कल तीनों मृतकों के दाह-संस्कार के बाद उससे पूछताछ की गयी तब उसने इस बात को कबूला की उसने ही ये अपने माता-पिता औऱ भाई की हत्या की है।उसने बताया कि उसका गांव की ही एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था।इस बात को लेकर दोनों परिवारों में कुछ दिनों पूर्व तकरार भी हुई थी।इसने अपनी प्रेमिका को एक मोबाइल फोन भी दिया था जिसे उसके परिवार वालों ने तोड़ दिया था।लड़का और लड़की दोनों ही नाबालिग हैं जिसकी वजह से दोनों के परिजन विरोध कर रहे थे।एसपी ने बताया कि आशीष ने प्लानिंग बहुत अच्छी की हुई थी और उसी दिन गांव में एक मांगलिक कार्यक्रम चल रहा था जहां आशीष गया हुआ था।रात करीब 11 बजे आशीष के परिजन उसे देखने भी गये थे।उसके बाद वो घर आ कर सो गये।आशीष ने इसके बाद घटना को अंजाम दिया।उन्होंने बताया कि आशीष ने तीन-चार दिनों पूर्व भी इन तीनों की हत्या का प्रयास किया था लेकिन वो डर गया और हत्या को अंजाम नहीं दे सका।7 जुलाई की रात को उसने घर में रखी शराब पी और उसके बाद उसने इस हत्याकांड की अंजाम दिया।
Leave a comment