गाजीपुर । भांवरकोल क्षेत्र का शेरपुर गाव देश का गौरव ऊँचा करने में हमेशा अग्रणी रहा है। देश को गुलामी से आज़ादी दिलाने के लिए जहां इस पावन धरा से आठ सपूतों ने अपनी शहादत दी थी उसी परंपरा का निर्वहन करते हुए बलिदानी धरती शेरपुर खुर्द के लाल विजय शंकर राय 18 जुलाई 1992 को जम्मू कश्मीर के डोडा ज़िले में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गये थे। शनिवार को आयोजित शहादत दिवस के मौके पर याद किया गया। जिसमे जीसी सीआरपीएफ चंदौली के इस्पेक्टर एस एन सिंह ने शहीद को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और शहीद विजयशंकर राय की पुत्र वधु किरण राय को सीआरपीएफ द्वारा भेजा गया सम्मान भेंट किया। यह देख सभी की आंखे नम हो गयी। इस्पेक्टर एस एन सिंह ने बताया की उक्त कार्यक्रम गृहमंत्रालय एवं महानिदेशालय द्वारा एक राजपत्रित अधिकारी द्वारा भेजी गई टीम द्वारा किया गया। जिसका उद्देश्य शहीदों का उनके घर जाकर सम्मान करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित करना है और शहीद परिवार को पुनः जोड़ना है। इस अभियान के तहत परिजनों की समस्यओं को सुनना व निदान करना है। सरकार द्वारा शहीद सीआरपीएफ के जवानो के लिए जिन योजनाओ का लाभ नही मिला हो उसे दिया जाएगा। गृह मंत्रालय के गाइडलाइंस के अनुसार 2024 से यह अभियान चलाया जा रहा है।
शहीद जवान की वीर गाथा को याद करते हुए कहा कि आतंकवादियो से लड़ते हुए मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया था। शहीद विजय शंकर राय का जन्म शेरपुर खुर्द गाँव में हुआ था। उनके पिता का नाम राजेश्वर राय था। विजय शंकर राय के दो छोटे भाई पूर्व शिक्षक अवधेश कुमार राय व सुरेश चन्द्र राय हैं। विजय शंकर राय ने माँ भारती की सेवा का संकल्प लेकर केंद्रीय रिज़र्व पुलिस में भर्ती हुए थे। भर्ती के कुछ साल बाद उनकी तैनाती जम्मू कश्मीर के डोडा ज़िले में हुई थी। 18 जुलाई 1992 का वह दिन इस परिवार के लिए मनहूस खबर लेकर आया। डोडा ज़िले में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गये। वह अपने पीछे एक भरा पूरा परिवार छोड़ गये। पिछले साल ही इनकी पत्नी सुनैना राय का बीमारी के चलते निधन हो गया था। इनके तीन बेटे प्रेम शंकर राय, जय शंकर राय और विद्या शंकर राय हैं। बड़े बेटे प्रेमशंकर राय भी वर्तमान में सीआरपीएफ़ में ही जम्मू कश्मीर में तैनात हैं। इस मौके पर प्रधान प्र0 जयानंद राय मोनू, चौकी इंचार्ज शेरपुर मनोज मिश्रा, हेमनाथ राय, दयाशंकर राय, लल्लन यादव, नित्यानंद मिश्रा, हारकेश्वर राय, विकास राय पहलवान,जितेंद्र राय, ज्ञानेंद्र राय, दीपक राय,सजंय पाल, भानु राय, सुमन राय, तारा राय सहित सैकड़ों लोगों ने शहीद को अपनी श्रद्धासुमन अर्पित किए।