गाजीपुर । भांवरकोल सावन के महीने में रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है। शिवपुराण में बताया गया है कि भगवान शिव को रुद्राभिषेक बहुत प्रिय है। धार्मिक शास्त्रों की मान्यताओं के अनुसार सावन में भगवान शिव का रुद्राभिषेक करने से आपके अनेकों कष्ट दूर होते हैं और आपको धन सुख समृद्धि के साथ ही भौतिक सुविधाओं की प्राप्ति होती है।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए सावन के महीने कठोर तपस्या की थी, अन्न-जल का त्याग कर भोलेनाथ का ध्यान, रुद्राभिषेक किया था। इसके परिणाम स्वरूप देवी पार्वती को शिव जी पति रूप में मिले । क्षेत्र के कुंन्डेसर गांव के कर्मकांडी पंडित मुनमुन दूबे द्वारा बताया गया है कि सावन में रुद्राभिषेक करने से आपको ग्रह दोष से मुक्ति मिलती है। सावन में रुद्राभिषेक करना मारकेश और कालसर्प दोष दूर करने के लिए सबसे उत्तम माना गया है।रुद्राभिषेक के लिए सावन के ये 7 दिन हैं सबसे खास यूं तो सावन का पूरा महीना ही रुद्राभिषेक के लिए खास माना जाता है। लेकिन सावन में रुद्राभिषेक के लिए सभी सोमवार, सावन की शिवरात्रि और नागपंचमी का दिन सबसे खास माना गया है। मान्यता है कि इन खास दिनों पर रुद्राभिषेक करने से आपकी एक नहीं बल्कि 18 प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आपके जीवन से सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं।