वाराणसी: लापता किन्नर की हत्या कर शव को कुएं में फेंकने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस की मानें तो हत्यारोपियों ने किन्नर के सिर के पहले बाल काटे थे, फिर मारपीट कर गला दबाकर हत्या कर दी थी।
इस मामले में कछवां पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने हत्या में शामिल ऑटो व दो मोबाइल बरामद किया है। एएसपी सिटी नितेश सिंह ने शुक्रवार को पुलिस लाइन स्थित हॉल में पत्रकारों को जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि वाराणसी के रोहनिया थाना क्षेत्र के अनाव बच्छाव निवासी किन्नर चंदन पटेल उर्फ चांदनी के लापता होने पर 16 सितंबर को उसके गुट के लोगों ने कछवां थाना क्षेत्र के कुछ किन्नर पर अपहरण करने का आरोप लगाया। मामले में 17 सितंबर को लापता किन्नर की मां चमेली देवी की तहरीर पर पुलिस ने शहनाज व उसके साथियों पर अपहरण व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई।
18 सितंबर को किन्नर चंदन का शव वाराणसी के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के पीलोरी गांव में बरामद हुआ। जिसके बाद परिजनों ने अपहरण करने वाले आरोपियों पर हत्या का आरोप लगाया। मामले में सीओ सदर अमर बहादुर के नेतृत्व में कछवां पुलिस ने हत्या कर साक्ष्य मिटाने व शव छिपाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई।
इनकी हुई गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर शुक्रवार को बाड़ापुर पुलिया के पास से हत्या में शामिल रितिक मौर्या निवासी सौली बधवां थाना कछवां, विशाल सरोज निवासी सौली बधवां थाना कछवां व अजय मौर्या निवासी सौली बधवां थाना कछवां को गिरफ्तार किया। घटना में प्रयुक्त ऑटो को बरामद किया। इसके बाद तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया। मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
एएसपी सिटी नितेश सिंह ने बताया कि पूर्व में चंदन पटेल उर्फ चांदनी गुट के किन्नरों द्वारा क्षेत्र के बंटवारे की बात को लेकर शहनाज गुट के किन्नरों के साथ मारपीट किया गया था। इसी बात का बदला लेने की नियत से सुनियोजित ढंग से चंदन उर्फ चांदनी को आर्केस्ट्रा में काम करने की बात कह कर रखैना थाना मिर्जामुराद से ऑटो में बैठाकर ग्राम पीरोली में लाया गया। किन्नर के सिर पर बाल नहीं थे। इससे लग रहा पहले उसका बाल काटा गया, फिर मारपीट कर गला दबाकर हत्या कर दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए शव को गांव के कुएं में फेंक दिया गया। मुख्य आरोपी किन्नर शहनाज और उसके साथी जूली और आशीष को पकड़ने के लिए टीमें लगी हैं।