गाज़ीपुर । मनरेगा मजदूर संघ के श्रमिकों ने आज तड़के सुबह लगभग भोर में तीन बजे के बाद जिला मुख्यालय के समक्ष सड़क पर बैठकर चक्काजाम कर दिया है। जिलाध्यक्ष हरेंद्र यादव ने बताया है कि अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर वे लोग अपना धारणा प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से कर रहे थे, लेकिन बीती रात कुछ अवांछनीय तत्वों ने उनलोगों के साथ गलत बर्ताव किया है, और सरकार ने उनको होमगार्ड तक की सुरक्षा प्रदान नहीं की थी। इसलिए क्षुब्ध होकर आज वे लोग कचहरी जिला मुख्यालय पर डीएम और एसपी कार्यालय की सड़क पर बैठकर चक्काजाम करने पर विवश हो गए हैं। हरेंद्र ने बताया कि उनकी सात सूत्रीय मांगें क्या हैं…
- स्वयं सहायता समूहों को दिए गए कर्ज को माफ किया जाए।
- मनरेगा की न्यूनतम मजदूरी 400 रुपये की जाए।
- श्रमिकों को सालभर में 200 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया जाए।
- माइक्रोफाइनेंस कंपनियों की प्रताड़ना पर रोक लगे।
- श्रमिकों का पलायन रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
- किसानों की आय दोगुनी करने के दावों को धरातल पर लागू किया जाए।
- श्रमिक संघ से वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान निकाला जाए। हरेंद्र यादव ने सरकार और सरकारी तंत्र पर लापरवाही और उनकी बात नहीं सुनने का भी आरोप लगाया और कहा कि जब तक हमारी बात नहीं सुनी जाएगी तबतक हम मजदूर सड़क पर बैठकर अपनी बात कहेंगे उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया है कि मंदिर मस्जिद की बातों में व्यस्त ये सरकार मजदूरों और किसानों की बातों पर ध्यान नहीं दे रही है, इसलिए हमें ये कम इस ठंड में करना पड़ा है।