पंचायत सचिवों की मनमानी कार्यशैली से शासन की मंशा पर फिर रहा पानी

Sonu sharma

गाजीपुर । उल्टा चोर कोतवाल को डांटे बिल्कुल यही लोकोक्ति भांवरकोल क्षेत्र में पुरी तरह चरितार्थ हो रही है । सरकार की मन्शा के अनुरूप जनहित में सामुदायिक शौचालय बना जिसको नियमित खोलने बंद करने की व्यवस्था ग्राम पंचायत को दी गई ताकि जनता को कोई दिक्कत न हो। जनता की समस्याओं के लिए ग्रामीण सचिवालय बनाए गए ताकि जनता को दूर भटकना ना पड़ें। बावजूद इसके शासन की मंशा के बिपरित कुछ पंचायत सचिव अपनी नकारात्मक रवैए से शासन की मंशा पर पानी फेर रहे हैं। इतना ही नहीं एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी। जब अधिकारी मौके पर भौतिक सत्यापन के लिए मौके पर जा रहे हैं।तो कुछ पंचायत कर्मी अपनी लापरवाह कार्यशैली को छिपाने के लिए अनर्गल प़लाप कर रहे हैं। यहां तक कि उल्टे वे एडीओ पंचायत द्वारा जांच के नाम पर उत्पीड़न एवं कार्रवाई की धमकी देकर धन उगाही का तोहमत लगा रहे हैं। उच्च अधिकारियों के आदेश के क्रम में सहायक विकास अधिकारी पंचायत सूर्यभान राय द्वारा उपरोक्त योजनाओं की कड़ी समीक्षा की जा रही हैं उनके द्वारा आकस्मिक निरीक्षण भी किया जा रहा है ।जो कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है। बतौर बानगी 23 अक्तूबर को एडीओ पंचायत श्री राय द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया जिसमें कई सामुदायिक शौचालय अपूर्ण ,बंद मिले,पंचायत भवन बंद मिले जिसपर उनके द्वारा कुछ सचिवों को चेतावनी दी गई और कई बार कहने के बाद सुधार नहीं हुआ उनके विरुद्ध करवाही हेतु पत्राचार किया गया । इससे बौखलाए सचिव चंद्रिका प्रसाद ने अपने ग्राम विकास संगठन में तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर रखा । संगठन ने एक आपात बैठक की और पत्राचार डीडीओ को किया जबकि हकीकत कुछ और है । यहां पूर्व में भी कई सामुदायिक शौचालय अपूर्ण पाए गए जिसके पैसे उतर गए और आज तक वो कार्य पूर्ण नहीं हुआl उसकी जांच भी हुई किंतु नतीजा सिफर रहा। सामुदायिक शौचालय में बड़े पैमाने पर इन सचिवों द्वारा अनियमितता की गई है इस पर जिलाधिकारी को संज्ञान लेने की आवश्यकता है ।

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