
गाजीपुर । क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश और क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ पूर्वांचल के प्रतिनिधिमंडल ने उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात कर पूर्वांचल के क्रिकेट खिलाड़ियों की समस्याओं को लेकर बातचीत की।क्रिकेट प्लेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अरविंद सिंह ने बताया कि प्रदेश के खिलाड़ियों के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा गंभीर है। यूपी में होने वाले ट्रायल मैचों की न तो ऑनलाइन स्कोरिंग होती है और न ही इंटर डिस्ट्रिक्ट मैच कराए जाते हैं। ट्रायल के नाम पर मात्र 10 गेंद खिलाकर औपचारिकता पूरी की जाती है।बताया गया कि बीते 12 वर्षों से वही सेलेक्शन कमेटी, कोच और मैनेजर पदों पर जमे हुए हैं, जिन्हें एक साल के लिए हटाकर फिर से वापस नियुक्त कर दिया जाता है। सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देश भी यूपीसीए प्राइवेट लिमिटेड पर लागू नहीं हो रहे हैं। सेलेक्शन प्रक्रिया में लाखों रुपये की रिश्वत ली जाती है और दिल्ली, हरियाणा सहित अन्य राज्यों के खिलाड़ी पैसे देकर यूपी की टीम में जगह बना लेते हैं।पूर्वांचल और सेंट्रल यूपी के मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलता, जबकि अमीर परिवारों के खिलाड़ी सहारनपुर, नोएडा और मेरठ से सीधे टीम में लिए जा रहे हैं।अरविंद सिंह ने बताया कि अब प्रदेश के क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए एक नई उम्मीद जगी है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (नई) को यूपी सरकार से मान्यता मिल गई है और अब यह संस्था सरकार के नेतृत्व में कार्य करेगी। इससे ईमानदार और पारदर्शी सेलेक्शन सुनिश्चित किया जाएगा।प्रदीप पांडेय और शिव यादव ने बताया कि यूपी के खिलाड़ियों को अब जल्द ही न्याय मिलेगा। सरकार के मंत्री और अधिकारियों से मिलकर यूपीसीए प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में व्याप्त भ्रष्टाचार की जानकारी दी जा रही है।ओम प्रकाश राजभर ने भी आश्वासन दिया कि योगी सरकार के नेतृत्व में पूर्वांचल और सेंट्रल यूपी के खिलाड़ियों के हक की रक्षा की जाएगी। श्री राजभर ने कहा कि वह स्वयं यूपीसीए प्राइवेट लिमिटेड में हो रहे सेलेक्शन घोटाले के खिलाफ कार्रवाई कराएंगे और ईमानदार क्रिकेट को बढ़ावा देंगे।योगी जी की सरकार में खिलाड़ियों को मिलेगा न्याय, भ्रष्टाचार मुक्त चयन प्रक्रिया की शुरुआत हो ।