स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल..?
गाजीपुर। गाजीपुर में मानकविहीन हॉस्पिटलों की भरमार ने स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले के ग्रामीण, शहरी क्षेत्र के अस्पताल और निजी क्लीनिक मानकों की अनदेखी करते हुए संचालित हो रहे हैं। इसके चलते, मरीजों को उचित चिकित्सा सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं और उन्हें अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जनपद में लगभग हजारों अवैध प्राइवेट हॉस्पिटल स्वास्थ विभाग की मेहरबानी से फल फूल रहे है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) पर यह आरोप लोगो द्वारा लगाया जा रहा है कि जिले में रजिस्टर्ड हॉस्पिटल 196 से ज्यादा नही है। तो हजारों अवैध क्लीनिक, हॉस्पिटलों की मलाई कौन- कौन मिल कर खा रहा है। स्थिति जो भी हो, सीएमओ इस स्थिति को सुधारने में नाकाम साबित हो रहे हैं। लोगो की शिकायतें आ रही हैं कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और मानकविहीन अस्पतालों की अनदेखी करने के बदले अपनी निजी फायदे/ कमाई के लिए काम कर रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, गरीब और असहाय लोग महंगे इलाज के बोझ तले दबे जा रहे हैं और उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
सरकारी नीतियों और स्वास्थ्य मानकों की कमी के चलते, आम जनता को सही और प्रभावी चिकित्सा सुविधाओं की उम्मीद अब और भी दूर महसूस हो रही है। इस गंभीर समस्या को तत्काल सुलझाने की आवश्यकता है ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो सके और आम आदमी को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं समय पर मिल सकें। इसके लिए जिलाधिकारी को भी संज्ञान लिया जाना चाहिए। अन्यथा स्थिति को सामान्य रूप से चलने मे कठिनाई हो सकती है।