गाजीपुर । उत्तर प्रदेश सरकार में अधिकारियों की मनमानी का एक ताजा नमूना आज राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत के यहां देखने को मिला, जब बिजली विभाग के द्वारा अधिकृत प्राइवेट कंपनी के धरनारत आउट सोर्स कर्मी अपने बकाए चार माह के वेतनमान और ढाई साल के बकाए ईपीएफ के लिए विभाग पर प्रदर्शन के बाद भाजपा राज्यसभा सांसद राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत के यहां गुहार लेकर पहुंचे थे, कर्मियों ने बताया कि विभाग द्वारा अधिकृत युवा शक्ति, एन सॉफ्ट और स्टर्लिंग नाम की तीन कंपनियां जो बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से करोड़ों रुपया बकाया लगाकर भाग गई है, जबकि विभाग अब चौथी कंपनी को लाकर फिर नए शर्तो पर काम करना चाहता है और पुराने बकाए पर चुप हो जा रहा है, जबकि विभाग द्वारा कंपनियों को भुगतान किया जा रहा है और बार बार कंपनियां बाकी लगाकर भाग जा रही हैं और विभाग नई कंपनी को रख कर काम निकाल ले रहा है। इस तरह से विभाग के कर्मियों और कंपनियों की मिलीभगत से हजारों कर्मियों का करोड़ों रुपया भुगतान फसा हुआ है जो उच्चाधिकारी भी कह चुके हैं। इस बात को सुनकर राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत ने आज गुरुवार दिनांक 18 जुलाई 2024 को दिन में लगभग 12 बजे जब एमडी पूर्वांचल विद्युत वितरण खण्ड, वाराणसी मंडल को फोन लगाया तो पूरी घंटी गई लेकिन एमडी ने फोन नही उठाया, जिस पर राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत ने कहा कि ये सभी मेरे भाई हैं और इनकी समस्या का समाधान के लिए मैं पूरा समाधान करूंगी।फिलहाल पीड़ित और पत्रक देने वाले मीटर रीडर्स ने भी अपनी कहा है कि तीन तीन कंपनियां हम 35 सौ कर्मियों का करोड़ों रुपया बाकी लगाकर भाग गई हैं और अब नई कंपनी से पहले से भी कम वेतन मान पर विभाग के अधिकारी फिर काम करने का दबाव बना रहे हैं जिसका हम विरोध कर रहे हैं, हमारी मांग है कि कम से कम इस बार का चार माह का बकाया वेतन और ढाई साल का बकाया ईपीएफ दिलाया जाए, तो हम लोग काम पर लौटेंगे, इन्ही मांगों और अपने साथ हुए घोटाले और चीटिंग की जांच सरकारी जांच एजेंसियों से कराने की मांग को लेकर हम लोग राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत जी से भी मिले और ज्ञापन दिए हैं उन्होंने एमडी साहब को फोन भी किया लेकिन एमडी साहब उनका फोन नहीं उठाए, राज्यसभा सांसद डा० संगीता बलवंत ने भरोसा दिलाया है कि उनका फोन आएगा तो बात करेंगी और हमलोगो की आवाज उठाकर न्याय दिलाएंगी।