गाजीपुर । इस बार चैत्र के नवरात्र नौ अप्रैल मंगलवार से शुरू हो रहे हैं। इस बार नवरात्र में आदि शक्ति मां जगदंबा अश्व पर विराजमान होकर आएंगी।पूरे नौ दिन जगत जननी का दरबार सजा रहेगा। नवरात्र की प्रतिपदा पर सर्वार्थ सिद्धि योग व अमृत योग भी रहेगा। इसके अलावा नव संवत्सर 2081 भी शुरू हो जाएगा। नए वर्ष के राजा मंगल होंगे। चैत्रके नवरात्र को लेकर क्षेत्र के तमाम देवी मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठानों की तैयारियां शुरू हो गई हैं। क्षेत्र के शेरपुर खुर्द गांव के आचार्य पं0 पारसनाथ पांन्डेय के अनुसार मंगलवार से चैत्र की वासंतिक नवरात्र प्रारंभ हो जाएगी। बताया कि मां अश्व पर विराजमान होकर आएंगी और भक्तों की समस्त मनोकामनाएं पूरी करेंगी। प्रतिपदा पर सर्वार्थ सिद्धि, अमृत योग व रेवती नक्षत्र का भी योग रहेगा। घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त 11:35 मिनट से 12:24 तक का अत्यंत शुभ मुहूर्त हैं। वैसे मुहूर्त प्रातः 8:8 बजे से पूरे शाम तक रहेगा। चैत्र शुक्ल की प्रतिपदा पर नव संवत्सर 2081 भी शुरू होगा। इसका नाम पिंगल होगा। नए वर्ष के राजा मंगल और मंत्री शनि रहेंगे। देश में खुशहाली रहेगी। बताया कि सोमवती अमावस्या पर सूर्य ग्रहण रहेगा लेकिन यह भारत में नजर नहीं आएगा। ग्रहण का सूतक नहीं लगेगा और सामान्य दिनों की तरह ही पूजा अर्चना की जाएगी।