गाजीपुर । ठंड एवं कोहरे पर भारी पड़ी आस्था, मकर सक्रांति के अवसर पर सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पतित पावनी मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर मोक्ष की कामना के साथ परिवार के लिए सुख- समृद्धि की कामना की। आज भोर में जिले के सैदपुर, जमानियां, शेरपुर,मुहम्मदाबाद , सेमरा, शेरपुर ,बीरपुर,पलियां व कोटवां आदि गंगा घाटों पर स्नानार्थियों की भींड़ रही। स्नान के बाद गरीबों को लाई, चूड़ा (पोहा), चावल ,दाल, तिलवा, तिलकुट आदि भक्ष्य सामग्री, कम्बल, आदि का दान दिया। ज्ञात हो दिन गंगा स्नान करने से 10 अश्वमेध यज्ञ और 1000 गाय दान करने के समान शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस दिन कई चीजों का दान करने से सभी कार्यों में सफलता हासिल होती है और घर में सुख-शांति का आगमन होता है। गंगा स्नान से साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस मौके पर ग्रामीणों ने पुरोहितों को चूड़ा -दही,गुड़ खिलाकर एवं खिंचडी़, मिष्ठान, तिल, गुड़ कम्बल आदि सामग्री दान पुण्य कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद दही -चुरा, गुड़ आदि अल्पहार का सेवन कर शाम को सभी के घर खिंचडी़ का भोग लगाया गया। सूर्यदेव के उत्तरायण होने के साथ ही आज से मांगलिक कार्य पुनः शुरू हो जाएंगे। साथ ही श्रद्धालु नदियों और जलाशयों में स्नान कर सूर्यदेव की उपासना व दान, तप करेंगे। सनातन धर्म में मकर संक्रांति का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान सूर्य की आराधना की जाती है। श्रद्धालु जलाशयों और नदियों में स्नान कर अपने अराध्य को तिल, गुड़ और लड्डू अर्पित करते हैं। पं॰ वरूण त्रिपाठी के अनुसार 14 जनवरी की मध्य रात्रि 2ः44 पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे। 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पर शतभिषा नक्षत्र, कुंभ का चंद्र के साथ ही वारियान योग रहेगा। संक्रांति का वाहन अश्व और उप वाहन सिंह रहेगा। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी से मांगलिक और वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे।