गाजीपुर । केंद्र सरकार के प्रोत्साहन और सहयोग के कारण भारत ने ओलंपिक खेलों और पैरालंपिक खेलों में पदकों की भरमार लगा दिया है।ऐसे में भारत के युवा वर्ग के खिलाडिय़ों में भारी उत्साह है और विभिन्न स्तरों पर होने वाले खेल प्रतियोगिताओं में बढ़ चढ़ कर सहभाग कर रहे हैं।पदक वीरों को नगद पुरस्कारों के साथ सरकारी नौकरी भी प्रदान की जा रही है। ऐसे में कुछ तथाकथित पूर्व खिलाड़ियों को अवसर मिल गया है। कूट रचित खेल संस्थाएं बनाकर खिलाडिय़ों को लुभाने के लिए राज्य स्तरीय, राष्टीय, और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के नाम पर आयोजन कर धन उगाही कर रहे हैं जो न तो सरकार द्वारा आयोजित होती हैं और न तो उसे अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक कमेटी से मान्यता प्राप्त है, साथ ही जो प्रमाण पत्र प्रदान करतें हैं उनकी कोई उपयोगिता नहीं होती हूं। ऐसे में युवा प्रतीभाओं की अपूरणीय क्षति हो रही है। केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री माननीय मनसुख मान्डिया,भारत सरकार, शास्त्री भवन,नयी दिल्ली,ने इन कूट रचित खेल संघों, संस्थाओं की सूची प्रकाशित कर युवा प्रतिभाओं को उससे बचने और न फंसने का आग्रह किया है। इस सम्बन्ध मे बालीबाल संघ गाजीपुर के सचिव अंगद राय ने बयान जारी कर कहा है कि ग़ाज़ीपुर जनपद में भी वालीबाल खेल में कूट रचित नयी नयी जनपदीय खेल इकाइयों का गठन किया गया है। ज्ञात है कि जनपद गाजीपुर में जनपद वालीबाल संघ के अध्यक्ष विष्णु सिंह ख्यातिलब्ध राष्टीय खिलाड़ी और महामंत्री अंगद राय सेवा निवृत्त अधिकारी और राष्टीय खिलाड़ी हैं और जिसका संचालन नेहरु स्टेडियम गाजीपुर और बंशी बाजार स्थित भवन से किया जाता है जो उत्तर प्रदेश वालीबाल संघ, जिसके अध्यक्ष बृजेश कुमार पाठक उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार और महामंत्री सुनील कुमार तिवारी है। जिसका संचालन हर्ष नगर कानपुर से किया जाता है यही संस्था उत्तर प्रदेश ओलंपिक कमेटी और उत्तर प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा है कि युवा खिलाडियों, वालीबाल खेल प्रेमियों और पंजीकृत क्लबों, संस्थाओं से आग्रह है कि किसी कूट रचित वालीबाल संघ/संस्था से जुड़ कर समय, सामर्थ्य के नुक़सान न करें।