गाजीपुर। प्रयागराज-रामबाग-बलिया पैसेंजर ट्रेन को शहर से सटे चकफैज छतरी बिंदवलिया के पास पटरी पर लगभग दो मीटर तक गिट्टी रखकर डिरेल करने का प्रयास किया गया। ट्रेन के इंजन व बोगियों से तेज आवाज सुनकर पायलट व यात्री घबरा गए।
युवकों ने गाड़ी पर पथराव भी किया। इसकी जानकारी पायलट ने गाजीपुर घाट स्टेशन के स्टेशन मास्टर पवन कुमार को दी। स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ थाने में रेलवे लाइन के ऊपर गिट्टी रखने व पथराव का मुकदमा दर्ज कर लिया। घटना दस सितंबर की रात की है। आरोपितों की तलाश में रेलवे पुलिस ने छापेमारी की।
अगले दिन 11 सितंबर की रात को आरपीएफ के जवान व कोतवाली पुलिस ने घटना स्थल से तीन युवकों को गिरफ्तार किया। गुरुवार को तीनों को वाराणसी रेलवे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मंगलवार की रात प्रयागराज-रामबाग-बलिया पैसेंजर ट्रेन स्थानीय सिटी स्टेशन से रवाना होने के बाद जैसे ही शहर अंतिम छोर चकफैज छतरी बिंदवलिया के पास पहुंची तो वहां रेलवे लाइन पर पत्थर रखे जाने से तेज आवाज हुई। पायलट ने किसी तरह से ट्रेन को आगे बढ़ाकर कुछ दूरी पर गाजीपुर घाट स्टेशन पर रोका और इसकी जानकारी स्टेशन मास्टर को दी।
जांच में पता चला कि लगभग तीन मीटर तक पटरी पर गिट्टी डाली थी। गिट्टी को कतार से रखा था। आरोप है कि युवकों ने ट्रेन के इंजन पर पथराव भी किया। आरपीएफ ने मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए युवकों की तलाश शुरू कर दी।
आरपीएफ ने इस घटना में स्थानीय पुलिस व जीआरपी के साथ बैठक की। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद, सीओ सुधाकर पांडेय, कोतवाल दीनदयाल पांडेय, आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित राय व जीआरपी प्रभारी राजकुमार ने बैठककर रणनीति बनाई की दिन में कोई भी जांच नहीं की जाएगी।
रात को लगभग घटना के समय से पहले घटना स्थल के आस-पास बिना वर्दी के फोर्स तैनात की गई। तीनों युवक अपने नियत समय पर उसी घटना स्थल के पास पहुंचे और आपस में बातचीत करने लगे। वहां फोर्स देखकर वह भागने लगे, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया।
जांचकर्ता सहायक उप निरीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल राजेंद्र प्रसाद मौर्य, कृष्ण गोपाल शुक्ला, कांस्टेबल अजीत सिंह, दुष्यंत सिंह, रामजी यादव आदि ने उन्हें पकड़ लिया। पूछताछ में युवकों ने बताया कि सभी प्रतिदिन रात के नौ बजे के आसपास घटनास्थल के पास आकर बैठते और गांजा का नशा करते हैं। गांजा पीने के बाद वह वैसे ही रेलवे पटरी पर गिट्टी रखे थे। उन्होंने अपना नाम चकफैज छतरी निवासी आकाश, सोनू कुमार व दानिश अंसारी बताया। आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित राय ने बताया कि तीन नशेड़ी हैं। वाराणसी कोर्ट में पेश किया, जहां से वह जेल चला गया।