गाजीपुर । नगर के समर्पण संस्था द्वारा संचालित राजेश्वरी विकलांग विद्यालय व्यावसायिक प्रशिक्षण शास्त्री नगर गाजीपुर की तरफ से आज दीपावली के शुभ अवसर पर विद्यालय के दिव्यांग बच्चों द्वारा हस्त निर्मित वस्तुओं का मेला लगाया गया। मेला का शुभारंभ प्रभारी जिला अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य ने फीता काट कर शुभारंभ किया। तत्पश्चात मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलंकर कार्यक्रम को गति प्रदान की। उनके साथ में जिला विकास अधिकारी सुभाष चंद्र सरोज समाजकल्याण अधिकारी राम नगीना सिंहयादव मौजूद थे। मेले को देखकर सभी अतिथियों ने काफी प्रशंसा करते हुए खरीदारी भी की। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने कहा कि यह बच्चे किसी तरह से दिव्यांग नहीं दिख रहे हैं ।उनके हुनर को देखकर कोई अंदाजा नहीं लग सकता कि ऐसे बच्चे ऐसी वस्तु बनाकर अपने जीव उपार्जन कर सकते हैं ।हम इस संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर सविता सिंह जो खुद में दिव्यांग है उनको धन्यवाद देते हैं कि ऐसे ही दिन दूना रातचौगुनी तरक्की के रास्ते पर चलती रहे। जिले के प्रमुख समाजसेवी और प्रख्यात डॉ डी , पी,सिंह ने आकर मेले में चार चांद लगा दिया ।उन्होंने मेले में आयोजित दिव्यांग बच्चों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि यह बच्चे एक ही डाली के फूल हैं। थोड़ा और निखारने की जरूरत है ।कार्यक्रम में जिला दिव्यांग एवं सशक्तिकरण का अधिकारी पारसनाथ यादव में आकर मेले का उत्साहवर्धन किया और आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में अगर इन बच्चों को कहीं से भी कोई जरूरत होगी, तो विभाग हमेशा इन बच्चों के लिए तत्पर रहेगा ।संस्था संरक्षिका नेसमस्त अधिकारियों को सम्मान प्रदान करते हुए स्मृति चिन्ह के रूप में पेंटिंग प्रदान की। कार्यक्रम में जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय सोनी ,जिले के राज्य कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष अंबिका दुबे, सुरेंद्रनाथ सिंह वर्तमान अध्यक्ष एवं सुखबीर एनर्जी से आए हुए डीजीएमसंजीव बेनीवाल एवं एच आर विपुल उपाध्याय ने आकर मेला का शोभा बढ़ाया तथा उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को हौसला बढ़ाने में संस्था काफी मिल का पत्थर साबित होती है। हम संस्था की संरक्षिका सविता सिंह का हृदय से धन्यवाद करते हैं। कार्यक्रम में आए हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए तथा मेले का खुद नेतृत्व करते हुए सविता सिंह ने कहा कि हमारी संस्था दिव्यांगजन के लिए सदा प्रयत्नशील रहेगी और जब तक मेरे सांस में सांस रहेगी तब तक दिव्यांगों के लिए जीती और मरती रहूंगी। मेले का मुख्य आकर्षण बच्चों द्वारा बनाए गए चादर पेंटिंग, और कमल के फूल, दीवाल पर लगे वॉल हैंगिंग तथा अन्य सामानों की बिक्री काफी बढ़-चढ़कर हुई ।सभी मेले में आए हुए आगंतुक का हृदय से धन्यवाद दिया ।मेले में मुख्य रूप से लक्ष्मी वर्मा, सुमित्रा सिंह, नाजिया बेगम ,रागिनी सिंह ,परमादेवी ,अशोक कुमार, यादव, अजीत कुमार गुप्ता, प्रभुनाथ ,राजेश कुमार एवं दिव्यांग बच्चों सहित काफी लोगों ने भाग लिया।