गाजीपुर । पहाड़ों में हो रही बर्षा से गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने से जहां हो रही कटान से शेरपुर पंचायत के किसान किंकर्तव्यविमूढ़ है। हालत यह है कि जलस्तर बढ़ने के बावजूद कटान का सिलसिला दूसरे दिन भी आंशिक रूप से जारी है। जबकि आमतौर पर पानी में घटाव तथा पछुआ हवा से कटान होती। यहां के किसान मदन राय, रमाशंकर, सहित कई कास्तकारों के खेत नदी में समाहित हुआ। दूसरी तरफ यदि नदी के जलस्तर में इसी रफ्तार से बृद्धि जारी रही तो गंगा के छाड़न भागड़ नालों में नदी का पानी आने से तटवर्ती इलाकों के गांवों में बाढ़ की आशंका से किसानों के माथे पर बल पड़ गया है। ज्ञात हो कि तटवर्ती क्षेत्रों के किसान इस समय बड़े पैमाने पर ब्यवसायिक खेती हेतू गोभी,मिर्च एवं टमाटर की नर्सरी तैयार कर चुके है। ऐसे में बाढ़ आई तो लाखों रूपये की नर्सरी चौपट होने से किसानों की कमर ही टुट जाएगी। नदी के लगातार तेज बढ़ाव के चलते नदी के तटवर्ती इलाके के गांवों के किसान बेहद चिंतित हैं। नदी के जलस्तर बढ़ने से तहसील प्रशासन अलर्ट है।नायब तहसीलदार बिपिन चौरसिया ने बताया कि बाढ़ पर नजर रखने के लिए लेखपालों को एलर्ट कर दिया है, जो बाढ़ पर नजर रख रहे हैं। बाढ़ नियंत्रण कक्ष गाजीपुर के प़भारी मेराजुद्दीन ने बताया कि शाम को 6:बजे गंगा के जलस्तर में 6 सेंन्टीमीटर प़तिघंटे की रफ्तार से बृद्धि जारी है। गाजीपुर में नदी के खतरे का निशान 63.105 मीटर है। जबकि इस समय 61.270 मीटर पर बह रही है।