गाजीपुर । जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर पिछले दो सालों से ज्यादा समय से चल रहे न्यायालीय विवाद पर गाजीपुर के अपर सत्र न्यायाधीश ने फैसला सुनाते हुए याचिका कर्ता अंजना सिंह का केस गुण दोष के आधार पर खारिज करते हुए मौजूदा जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के निर्वाचित होने को योग्य माना है। इस फैसले के आने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष सपना सिंह के पति और मुकदमें की पैरवी कर रहे प्रतिनिधि पंकज सिंह “चंचल” ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर मीडिया को ये जानकारी दी, उस समय उनके साथ पक्ष और विपक्ष के जिला पंचायत सदस्य और सहयोगी बड़ी संख्या में मौजूद रहे और एक दूसरे का मुंह मीठा कराए। पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहे पंकज सिंह “चंचल” ने बताया कि सैदपुर, गाजीपुर “प्रथम” से जिला पंचायत सदस्य के हुए चुनाव में पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह की पत्नी अंजना सिंह को निर्दल प्रत्याशी के तौर पर हमारी पत्नी सपना सिंह ने बड़े अंतर से मात दी थी। उसके बाद सपना सिंह बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर बीजेपी से जिलापंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज हुई। लेकिन जिला पंचायत सदस्य चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी रही अंजना सिंह ने जिलापंचायत चुनाव में धांधली और बूथ कैप्चरिंग का झूठा आरोप लगाया और तथ्यगोपन कर स्थानीय न्यायालय से न्याय की गुहार लगाइ थी। जिसके बाद न्यायालय ने अंजना सिंह की अपील को स्वीकार कर मामले में सुनवाई कर रही थी, जिसमें तकरीबन ढाई साल तक कोर्ट में मामले की सुनवाई चलने के बाद आज अपर सत्र “प्रथम” की अदालत ने गुण दोष के आधार पर चुनाव हार चुकी अंजना सिंह की पत्रावली को खारिज कर दिया। पंकज सिंह चंचल ने पत्रकारों के एक सवाल में बताया कि अंजना सिंह जी रिश्ते में हमारी चाची भी लगती है जो हमारे चाचा पूर्व सांसद राधे मोहन सिंह की पत्नी भी हैं। उन्होंने इस जीत को न्याय की जीत बताया है और कहा कि इसमें कई लोग ऐसे भी हमारे खिलाफ थे जो हमारे अपने हैं, लेकिन सच को छुपाया और झुठलाया नहीं जा सकता, उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा हो रहे विकास कार्यों के खिलाफ जांच भी कराई गई, कार्यों में अवरोध भी डाला गया लेकिन हम सही थे इसलिए कुछ नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द जिला पंचायत के अधूरे विकास कार्यों को पूरा कराया जाएगा।