गाजीपुर । अपराध और अपराधियों व माफियाओं के खिलाफ लगातार बुल्डोजर की कार्रवाई की गई है। ऐसे में जिला प्रशासन के द्वारा तकरीबन 200 करोड़ से ज्यादे की प्रॉपर्टी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जिसमे कुर्क, जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई है। साथ ही ग़ाज़ीपुर में बुल्डोजर की भी कार्रवाई खूब की गई है। अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुल्डोजर एक्शन पर सुप्रीम फैसला को लेकर गाजीपुर सपा जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम फैसला को लेकर सुप्रीम कोर्ट का स्वागत किया है । इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बार-बार कहा कि देश के अंदर कानून है इस कानून, संविधान से चलना चाहिए लोकतंत्र में लोगों को विश्वास करना चाहिए। अगर कोई अतिक्रमण है गैर कानूनी है तो उसकी जांच पड़ताल कराना चाहिए। ऐसा नही की कोई घटना घटी तो द्वेष भावना ने बुल्डोजर एक्शन की कार्रवाई करते हुए उसके जीवन की पुरी कमाई की पूंजी को ध्वस्त करा दिया जाए। लेकिन गलत कार्यो का कोई समर्थन नहीं करता। लेकिन उत्तर प्रदेश की सरकार ने लोकतंत्र का संविधान का हनन किया है माननीय न्यायालय का भी यह लोग उल्लंघन करते आ रहे हैं माननीय सुप्रीम कोर्ट ने समय-समय पर इनको सचेत करता रहा है सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की सरकार को यहां तक कह दिया कि यहां पर जंगल राज है उसके बावजूद भी उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार लोगों पर बुलडोजर के करवाई की जाती रही। बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी द्वारा भी लगातार विरोध किया जाता रहा उनके खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं आज सरकार बाइक फुट पर है । इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारी जो संपत्ति है इस पर जो हमारा अधिकार है किसी की भी सरकार हो लोकतांत्रिक तरीके से और संवैधानिक तरीके से इसे ध्वस्त नहीं कर सकती नियम कानून जो देश में और प्रदेश में है उसका पालन करके उसे पर कार्रवाई करें। वहीं उन्होंने गाजीपुर में सबसे ज्यादा बुलडोजर एक्शन पर कहां की यहां पर जो भी बुलडोजर एक्शन के कार्रवाई हुई है सब गलत था आप इसकी जांच कर कर प्रक्रिया के तहत कार्रवाई करते। ऐसे में सरकार में बैठे अधिकारियों की भी जिम्मेदारी होती है अगर वह लोग भी गलत करते हैं तो ऐसे में उनके खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए साथ ही गलत कार्रवाई होने पर उनसे वसूली तक के भी कार्रवाई की जानी चाहिए। इस दौरान उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में अधिकारी डरे और सामने हुए हैं अपने नैतिक कार्यों का भी वह लोग पालन नहीं कर पा रहे हैं ।