गाजीपुर । साहित्य चेतना समाज की शोक सभा संस्था के संस्थापक अमरनाथ तिवारी अमर के स्वामी विवेकानन्द काॅलोनी स्थित आवास पर हुई।सभा में साहित्यकार,शिक्षाविद एवं नाटककार डाॅ.शिवमूरत सिंह के निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।वक्ताओं ने कहा कि नाट्य के क्षेत्र में उनके योगदान को विस्मृत नहीं किया जा सकता।अपने निर्देशन में उन्होंने गाजीपुर में 18 नाटकों का मंचन कराया जिनमें स्कन्दगुप्त,कोमल गांधार, आषाढ़ का एक दिन,एवं इन्द्रजीत,अकेला शहर,टोपी शुक्ला,नईकी पीढ़ी आदि प्रमुख हैं।अपने नाटकों में अभिनय के माध्यम से गाजीपुर के युवाओं को अभिनय के क्षेत्र में मंच व अवसर प्रदान किया।नाट्य के क्षेत्र में उनके अवदान को दृष्टिगत कर साहित्य चेतना समाज ने वर्ष 2014 में उन्हें ‘गाजीपुर गौरव सम्मान’ से सम्मानित किया।बैठक में प्रमुख रूप से संजीव गुप्त,प्रभाकर त्रिपाठी,आनन्द प्रकाश अग्रवाल,हीरा राम गुप्त,डाॅ.रविनन्दन वर्मा,राजीव मिश्र,अमरनाथ तिवारी अमर,शशिकांत राय आदि उपस्थित थे ।