By using this site, you agree to the Privacy Policy and Terms of Use.
Accept
GHAZIPUR SAMACHARGHAZIPUR SAMACHARGHAZIPUR SAMACHAR
Notification Show More
Font ResizerAa
  • Home
  • देश
    देशShow More
    एक्शन एक्टर गुलाब सलाट को किया गया सम्मानित
    September 29, 2024
    तिरुपति मंदिर के प्रसाद में पशुओं की चर्बी और मछली के तेल म‍िलाने पर भड़के साधु-संत, साजिश का आरोप
    September 21, 2024
    आर्मी अफसर की मंगेतर के साथ पुलिस स्टेशन में यौन उत्पीड़न, IIC पर गंभीर आरोप
    September 21, 2024
    दिल्ली-देहरादून हाइवे पर भीषण हादसा: कार-ट्रक भिड़ंत में चार लोगों की मौत, कई घायल
    September 12, 2024
    “डॉक्टरों की हड़ताल पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा- ड्यूटी पर नहीं लौटे तो राज्य सरकार उठाएगी कदम”
    September 9, 2024
  • विदेश
  • उत्तर प्रदेश
  • धर्म
  • खेल
  • हेल्थ
  • करियर
  • विज्ञापन संपर्कadvertisement contact
Reading: गाजीपुर का रिटायर्ड फौजी बना ‘माउंटेन मैन’, अपने पैसों से बना रहा पुल
Share
Font ResizerAa
GHAZIPUR SAMACHARGHAZIPUR SAMACHAR
  • गाजीपुर
  • पूर्वांचल
  • चंदौली
  • वाराणसी
  • देश
  • उत्तर प्रदेश
  • उत्तर प्रदेश
Search
Have an existing account? Sign In
Follow US
GHAZIPUR SAMACHAR > Blog > Uncategorized > गाजीपुर का रिटायर्ड फौजी बना ‘माउंटेन मैन’, अपने पैसों से बना रहा पुल
WhatsApp Image 2025 03 19 at 3.57.21 PM
Uncategorized

गाजीपुर का रिटायर्ड फौजी बना ‘माउंटेन मैन’, अपने पैसों से बना रहा पुल

avinash yadav
Last updated: March 19, 2025 4:12 pm
avinash yadav Published March 19, 2025
Share
SHARE
WhatsApp Image 2025 03 19 at 3.57.21 PM
गाजीपुर का रिटायर्ड फौजी बना 'माउंटेन मैन', अपने पैसों से बना रहा पुल 3

गाजीपुर: दशरथ मांझी को कौन नहीं जानता, जिन्होंने एक हथौड़ी और छेनी से पहाड़ को काटकर सड़क बना दी थी. लोग उन्हें माउंटेन मैन के रूप में भी जानते हैं. ऐसा ही कुछ गाजीपुर में एक आर्मी के जवान ने भी किया. उन्होंने अपने गांव के साथ आसपास के 15 गांव के बीच बहने वाली मगई नदी पर बगैर किसी सरकारी बजट के पुल बनाने की ठानी है. उस पुल के पिलर का निर्माण भी पूरा हो चुका है.

advertisement

अब उसकी स्लैब की ढलाई का काम कराया जा रहा है, जिसके लिए आर्मी मैन ने खुद के रिटायरमेंट के 10 लाख रुपए दिए और आसपास के गांव के लोगों से करीब 60 से 70 लाख रुपए चंदा लेकर पुल का निर्माण कराया जा रहा है, जो लोग चंदा नहीं दे पा रहे हैं. वह खुद पुल के निर्माण में मजदूरी कर रहे हैं. गाजीपुर के नोनहरा थाना क्षेत्र के पयामपुर छावनी गांव समेत करीब 14-15 गांव के लोगों को जाने के लिए मगई नदी पार करनी पड़ती है.

advertisement

नाव के सहारे नदी पार करते हैं लोग:- यहां के लोगों के लिए सिर्फ एक साधन नदी को पार करना ही होता है, जिसके लिए आजादी के बाद से लेकर अब तक वहां के लोग शासन प्रशासन जनप्रतिनिधि से गुहार लगाते रहे, लेकिन सब चुनावी बिगुल की तरह आते हैं. वादा भी करते हैं, लेकिन चुनाव बीत जाने के बाद उनका वादा वादा ही रह जाता है. इसलिए इस गांव के लोग नदी पर लकड़ी का पुल बनाकर आने-जाने का काम करते हैं, तो वहीं बाढ़ के दिनों में एक छोटी नाव के सहारे लोगों का आवागमन होता है.

advertisement

वहीं इस गांव की सड़क से गाजीपुर की दूरी 18 किलोमीटर है. अगर उस सड़क से यह लोग गाजीपुर आते हैं तो उसकी दूरी 42 किलोमीटर हो जाती है, जबकि थाना बगल में ही करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क से आने पर 30 किलोमीटर की यात्रा करने के बाद थाने पर पहुंचा जाता है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां के लोगों को पुल की कितनी जरूरत होगी.

रिटायरमेंट के पैसे देने की घोषणा:- पिछले दिनों गांव के ही रहने वाले रविंद्र यादव, जो सेना के इंजीनियरिंग कोर में 55 इंजीनियर रेजीमेंट से रिटायर होने के बाद जब गांव पहुंचे और वहां की समस्याओं को देखा. तब उन्होंने पुल बनाने की ठानी. उन्होंने अपने रिटायरमेंट के 10 लाख रुपए पुल बनाने के लिए पहले डोनेट करने की घोषणा की. इसके बाद पिछले साल 25 फरवरी 2024 को इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति शेखर कुमार यादव ने उस पुल का भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम किया. ऐसे में लोगों से चंदे और पुल के निर्माण वाली सामग्री देने का सिलसिला बढ़ता चला गया. मौजूदा समय में नदी के अंदर दो पिलर गांव वालों की मदद से पड़ चुके हैं और नदी के दोनों सिरे पर अप्रोच मार्ग का निर्माण भी हो चुका है. वहीं मौजूदा समय में अब पुल के स्लैब की ढलाई का काम लोगों के चंदे से किया जा रहा है.

सेना के जवान रविंद्र यादव ने बताया कि उनका गांव गाजीपुर में है, लेकिन लोकसभा बलिया और विधानसभा मोहम्मदाबाद में पड़ती है. इतना ही नहीं उनके गांव के बगल में ही जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा का भी गांव पड़ता है, जो गाजीपुर के सांसद और रेल राज्य मंत्री भी रह चुके हैं. इस पुल के लिए गांव के लोगों ने पिछले कई सालों से संघर्ष कर कोई भी ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं रहा, जिसके दरवाजे पर जाकर पुल निर्माण करने की मांग ना रखी हो, लेकिन सभी चुनाव की तरह आश्वासन तो देते हैं, लेकिन आज तक पुल निर्माण के लिए किसी ने एक पत्र नहीं लिखा.

सिविल जेई डिप्लोमा होल्डर हैं रविंद्र यादव:- उन्होंने बताया कि वह खुद सेना के इंजीनियरिंग कोर में रह चुके हैं और सिविल जेई डिप्लोमा होल्डर हैं. इसके अलावा वह एक अन्य आर्किटेक्ट की देखरेख में इस पुल की डिजाइनिंग और उसके निर्माण कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस पुल की लंबाई 105 फीट है, जबकि नदी में दो पिलर और फिर अप्रोच के लिए रास्ते का भी काम लोगों के चंदे से किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जब इस मगई नदी में बाढ़ आ जाती है. तब इन लोगों ने जो लकड़ी का पुल बनाया है. वह भी टूट जाता है और फिर एक नाव के सहारे ही करीब 14 से 15 गांव के आने-जाने का एकमात्र विकल्प रहता है, जिसके लिए लोगों को घंटा घंटा भर इंतजार करना पड़ता है.

You Might Also Like

समर्पण संस्था ने होली मिलन समारोह  संपन्न

अज्ञात हमलावरों ने बास से पीट-पीट कर की अधेड़ की हत्या

मानवता अभ्युदय महायज्ञ ने पाँचवें दिन में रखा कदम, वैदिक अनुष्ठान और सत्संग से गूंजा आश्रम

गाज़ीपुर में महिला सफाई कर्मी ने डीपीआरओ पर लगाया यौन शोषण का आरोप

बागीचे में पेड़ पर रस्सी के सहारे  मिला अधेड़ का शव

Share This Article
Facebook Twitter Email Print
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Follow US

Find US on Social Medias
FacebookLike
TwitterFollow
YoutubeSubscribe
TelegramFollow

Weekly Newsletter

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Popular News
IMG 20250220 WA0328
गाजीपुर

गाजीपुर के सपनों का गला घोंटा गया, विश्वविद्यालय की उम्मीदें फिर टूटीं

Sonu sharma Sonu sharma February 20, 2025
वेलफेयर क्लब द्वारा आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता का रिजल्ट घोषित
वरिष्ठ भाजपा नेता सुभाष चौहान के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने ली सदस्यता
छात्रों की अपार आईडी न बनने से सख्ती, सभी खंड विकास अधिकारियों का बीएसए ने रोका वेतन, दो दिन का दिया अल्टीमेटम
डाॅ राजेन्द्रबाबू का अपमान नाकाबिले माफी – अरूण कुमार श्रीवास्तव
- Advertisement -
Ad imageAd image
Global Coronavirus Cases

Confirmed

0

Death

0

More Information:Covid-19 Statistics

Categories

  • धर्म
  • खेल
  • हेल्थ
  • करियर
  • देश
  • विदेश
  • उत्तर प्रदेश
  • गाजीपुर
  • वाराणसी
  • मऊ
  • गोरखपुर

About US

गाज़ीपुर समाचार, जो सच हैं, वही लिखते हैं! यहां आपको हर ख़बर ,सच्ची खबर मिलेगी

Subscribe US

Subscribe to our newsletter to get our newest articles instantly!

Ghazipur Samachar News Network. Design by Blaze Think. All Rights Reserved.
Go to mobile version
adbanner
AdBlock Detected
Our site is an advertising supported site. Please whitelist to support our site.
Okay, I'll Whitelist
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?