गाज़ीपुर । कहते हैं कि जिसके सपने बड़े होते हैं वे अपनी उड़ान किसी से पूछ कर नहीं भरते। जी हां, मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के दूर दराज से आए आंखों की समस्या से पीड़ित, हर गरीब और पीड़ित मरीज़, डॉक्टर अनवर से मिलना अपना सौभाग्य और निदान का केंद्र मानता है। वजह है कि डॉक्टर अनवर गरीबों और असहायों के आंखों का इलाज कर उनकी आंखों में खुशियां को देखना अपना सौभाग्य समझते हैं। डॉक्टर अनवर, आंखों की समस्या से पीड़ित ज्यादातर वृद्ध पुरुष, गरीब और असहाय मरीजों को अपने पास से दवा और चश्मा देकर उनके ज़ख्मों पर मरहम और आंखों को रोशनी देने का काम करते हैं। मीडिया से मुखातिब हो डॉक्टर साहब ने बताया कि मेरी पत्नी का इंतकाल हुए एक ज़माना हो गया है, मेरी एक ही पुत्री है जिसका विवाह भी अल्लाह ने अपने फज़लोकरम से संपन्न करा दिया है। खिदमत ए खल्क ही मेरा ज़रियामाश है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देना इन्हीं लोगों की दुआओं का असर से ही सम्भव हुआ है। यही वजह है कि क्षेत्र की दूर-दराज की जनता डॉक्टर साहब के क्लीनिक चश्मा घर पर पहुंच कर अपने आंखों की समस्या का निदान करते हैं तो वहीं डॉक्टर साहब अपने कर्म को अपना सौभाग्य समझते हैं।