गाजीपुर । कोई भी देवी, देवता, महापुरुष या श्रेष्ठ व्यक्ति समय-समय पर आसुरी प्रवृत्तियों के शमन के लिए सराहनीय कार्य किया है, उन्हें किसी एक जाति, धर्म, संप्रदाय का मानना उचित नहीं – गाजीपुर जिला अंतर्गत लंका सिद्धेश्वर नगर के जिला पत्रकार समिति हाल में भगवान् श्री परशुराम स्मृति काव्य, कला संगम एवं सम्मान समारोह का आयोजन कवि अमरनाथ तिवारी अमर के अध्यक्षता में, कवि धर्मदेव यादव धर्मेश मुख्य अतिथि, डॉ. श्रीकान्त पाण्डेय, उमेशचन्द्र राय, डॉ.विजय नारायण राय अति विशिष्ट अतिथि के गरिमामयी में प्रख्यात भजन गायक एवं श्रीमद् भागवत कथा के संगतकार निरंजन शर्मा के असुरन के संहार के खातिर भगवान् श्री परशुरामजी अईले,जग क लोगन के कल्याण के खातिर उ सबने के संहार कईले सहित अनेकों भगवान् श्री परशुराम जी से सन्दर्भित भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।नाल पर संगत प्रोफेसर मुन्ना खरवार,श्रीनाथ ने किया। उक्त अवसर पर मिशन जामवंत से हनुमान जी के राष्ट्रीय संयोजक एवं कार्यक्रम के प्रमुख संरक्षक सूर्यकुमार सिंह एवं प्रदेश संयोजक कवि इंद्रजीत तिवारी निर्भीक प्रमुख संयोजक द्वय ने अपने -अपने स्वागत संबोधन में कहा कि कोई भी देवी,देवता, महापुरुष, श्रेष्ठ व्यक्ति समय-समय पर आसुरी प्रवृत्तियों के शमन का सराहनीय कार्य किया है।जो सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय रहा।उन लोगों की स्मृति में कोई भी श्रेष्ठ कार्यक्रम, पूजन अर्चन, जयंती आदि को किसी एक जाति धर्म, संप्रदाय का मानना या अन्य लोगों का उक्त अवसर पर अन्य लोगों का खुलेआम समूह में अपमान करना उचित नहीं। भगवान् श्री राम या भगवान् श्री परशुराम जी सहित सभी लोगों ने आसुरी प्रवृत्तियों में लिप्त लोगों का शमन किया।जब -जब आततायियों का वर्चस्व होता है तो तब -तब ईश्वर किसी ना किसी रूप में उन दुष्टों का संहार करवाते रहते हैं। मंचीय एवं आनलाईन भगवान् श्री परशुराम स्मृति सम्मान भेंट करते हुए कवि सम्मेलन में अमरनाथ तिवारी अमर, धर्मदेव यादव धर्मेश, रघुवंश नारायण सिंह अनिल, उमेशचन्द्र राय, दिनेशचन्द्र शर्मा, इंद्रजीत निर्भीक,डॉ. श्रीकांत पाण्डेय, अरविन्द सिंह प्रधान, विजेंद्र प्रसाद राय, कुंजबिहारी राय, संजय कुमार, अनिल कुमार सिंह, ओमनारायण प्रधान,अजय तिवारी, विनय पाण्डेय बहुमुखी सहित अनेकों लोगों ने कविता और श्रेष्ठ विचारों से भगवान् श्री परशुराम की स्मृति को तरोताजा किया। आगंतुक जनों के प्रति स्वागत संबोधन उमेश चन्द्र राय एवं दिनेश शर्मा और धन्यवाद आभार प्रमुख संरक्षक सूर्यकुमार सिंह ने किया।