गाजीपुर । पी.जी. कॉलेज गाजीपुर के बीएड विभाग के अंतर्गत पांच दिवसीय स्काउट गाइड प्रशिक्षण का शनिवार की देर शाम को समापन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर प्राचार्य डॉ राघवेंद्र कुमार पांडेय उपस्थित रहे। डॉक्टर पांडेय ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्काउट गाइड की दीक्षा से जुड़े संस्कार के महत्व को विद्यार्थियों को समझना चाहिए। इसके मूल उद्देश्य को अंगीकार करते हुए समाज और राष्ट्र को उन्नत बनाने की दिशा में स्काउट गाइड से जुड़े युवाओं को आगे आना चाहिए।उन्होंने यह भी कहा कि 2047 तक एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने में स्काउट गाइड के वॉलिंटियर्स की बड़ी भूमिका हो सकती है। बीएड विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डॉक्टर एसडी सिंह परिहार ने परीक्षार्थियों को अपने अंदर बुराइयों को समाप्त करने और अच्छाई को जीवन पर्यंत याद रखने की बात कही। डॉ परिहार ने यह भी कहा कि आपदा की स्थितियों में वॉलिंटियर्स को सामाजिक कार्यों में सहयोग देने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए ।प्रशिक्षण शिविर के दौरान सीखे हुनर को उन्हें अपने जीवन को बेहतर बनाने में उपयोग में लाना चाहिए।इस पांच दिवसी कैंप में पहले दिन प्रार्थना झंडा,सामुहिक गीत,टोली की जानकारी ,टोली का नामकरण आदि प्रतिभागियों को बताया गया। कैंप के दूसरे दिन ध्वज शिष्टाचार, स्काउटिंग आंदोलन, सिटी संकेत यूनिट लीडर का विधिवत प्रशिक्षण दिया गया।तीसरे दिन ध्वज फहराने के नियम टेंट निर्माण,सर्वधर्म प्रार्थना आदि के गुण सिखाए गए। वहीं चौथे दिन ग्रैंड सेल्यूट, गांठ एवं बंधन से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया।प्रशिक्षण के अंतिम दिन दीक्षा संस्कार के साथ ही कैंप का समापन हुआ। इसके साथ ही अलग-अलग दिन स्काउट गाइड के अलग-अलग अन्य विशेषताओं से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया गया। प्रशिक्षण शिविर में शिक्षक के तौर पर जिला प्रशिक्षण आयुक्त डॉ. मनोज कुमार मिश्रा,प्रोफ.एसएन सिंह,प्रोफे. अरुण कुमार यादव,डॉ रामदुलारे ,डॉ योगेश कुमार ,डॉ केके पटेल ,डॉ एसएस यादव,डॉ अमरजीत एवं महाविद्यालय के अन्य कर्मचारी नीरज, सुनील,अरुण उपस्थित रहे।