गाजीपुर । स्वामी सहजानंद सरस्वती न्यास के तत्वावधान में भांवरकोल क्षेत्र के अमर सेनानियों के गांव शेरपुर में महान स्वतंत्रता सेनानी स्व० श्रीकृष्ण राय ( राय साहब) एवं उनके अनुज सेनानी रामचन्द्र राय की पुण्यतिथि पर क्षेत्रवासियों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ पी जी कालेज के प्रोफेसर रामाश्रय राय ने सेनानियों के तैल चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं माल्यार्पण कर किया। इस मौके पर क्षेत्रीय लोगों ने उनके ब्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा की। श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि गुलाम भारत में स्व० श्रीकृष्ण राय पढाई दौरान वाराणसी में स्वतंत्रता आंदोलन में कूद पड़े। वे काफी दिनों तक देश को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए तत्कालीन सेनानियों हसन अहमद किदवई एवं गोविंद बल्लभ पंत के साथ स्वतंत्रता के लिए समाजिक एवं राजनीतिक गतिविधियों शामिल रहे। जिसके चलते अंग्रेजी हुकूमत ने उन्हें 11 माह तक जेल में नजरबंद कर दिया। गांव पर उनके अनुज सेनानी रामचन्द्र राय को भी जेल भेज दिया। घर पर उनके पशुओं को निलाम कर दिया। लेकिन इसका उनके उपर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जेल से छूटते ही स्व० श्रीकृष्ण राय पुनः स्वतंत्रता सेनानीयों की बैठक एवं अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ गतिविधियां चलाते रहे। वक्ताओं ने स्व० श्रीकृष्ण राय की समाजसेवा एवं दानशीलता की चर्चा आज भी क्षेत्र के लोगों की जुबान पर कायम है। कहा जाता है कि जो भी जरूरत मंद उनके यहां पहुंचा वो कभी खाली हाथ नहीं लौटा। वे गरीब लोगों की बेटियों की शादी से लेकर मेधावियों की खुले मन से आजीवन आर्थिक सहयोग करते रहे। इलाके में वे गररीबों के मसीहा कहे जाते थे। श्रद्धांजलि सभा को श्रीनारायण उपाध्याय,दिनेश राय चौधरी, शशिधर राय उर्फ टुनटुन राय,बिनोद राय,डा० प़वीण कुमार राय, हेमनाथ राय, अवधेश राय,राजेश राय बागी , मिथिलेश राय,काशी यादव, अर्जुन पटेल,केदार ठाकुर आदि ने विचार व्यक्त किया। श्रद्धांजलि सभा का संचालन राजेंद्र राय ने किया।अंन्त में उनके पुत्र शशिधर राय ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार प्रकट किया।
